नियामक दस्तावेजों से पता चलता है कि भारत की प्रतिस्पर्धा निगरानी संस्था प्रतिस्पर्धियों को नुकसान पहुंचाने के लिए दक्षिणी राज्य में कुछ खुदरा विक्रेताओं के साथ कथित तौर पर मिलीभगत करने के लिए पेरनोड रिकार्ड की जांच कर रही है, जो एक प्रमुख बाजार में फ्रांसीसी पेय दिग्गज के लिए नवीनतम चुनौती है।
\n\nप्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) इस साल की शुरुआत से इस मामले को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहा है, जब वरिष्ठ सदस्यों ने पर्नोड के भारतीय प्रतिद्वंद्वी रेडिको खेतान द्वारा दायर मामले की समीक्षा की और उसके आरोपों में योग्यता पाई।
\n\nसीसीआई की नीति के अनुरूप, पार्टियों के बीच मिलीभगत से संबंधित मामलों का विवरण सार्वजनिक नहीं किया जाता है। सूत्र ने कहा कि सीसीआई पेरनोड या खुदरा विक्रेताओं को बुला सकता है, दस्तावेज मांग सकता है या मामले में तलाशी और जब्ती अभियान भी चला सकता है।
\n\nरेडिको ने आरोप लगाया है कि पेरनोड ने तेलंगाना राज्य में खुदरा विक्रेताओं के साथ समझौता करके भारत के अविश्वास कानूनों का उल्लंघन किया है, ताकि अगर वे रेडिको के 8PM व्हिस्की ब्रांड को बेचने से परहेज करते हैं तो उन्हें "अतिरिक्त छूट और लाभ" की पेशकश की जाएगी।
\n\nरॉयटर्स द्वारा समीक्षा किए गए एक सरकारी मामले के दस्तावेज़ के अनुसार, पर्नोड ने कथित तौर पर इन खुदरा विक्रेताओं से दुकानों पर अपने रॉयल स्टैग व्हिस्की ब्रांड के लिए 70% हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा, रेडिको ने अपने मामले में जो आरोप लगाया था वह "रॉयल स्टैग समझौता" था।
\n\nपेरनोड ने रॉयटर्स को दिए एक बयान में कहा कि उसे "किसी भी सक्षम प्राधिकारी द्वारा इस मामले की सूचना नहीं दी गई है"।
\n\nइसमें कहा गया है, ''पर्नोड रिकार्ड इंडिया देश के कानूनों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है और हम अपनी टीमों को भी ऐसा करने का निर्देश देते हैं और शिक्षित करते हैं।''
\n\nरेडिको खेतान और सीसीआई ने टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया।
\n\nरॉयटर्स रेडिको के आरोपों और जांच की स्थिति का विवरण देने वाला पहला व्यक्ति है।
\n\nरॉयल स्टैग के साथ-साथ, पर्नोड के लोकप्रिय ब्रांडों में चिवस रीगल शामिल है, और यूरोमॉनिटर के अनुसार, भारत के 31 बिलियन डॉलर के स्पिरिट बाजार में कंपनी की लगभग 19% हिस्सेदारी है। मैजिक मोमेंट्स और 8PM सहित ब्रांडों के साथ रेडिको की बाजार हिस्सेदारी 6.6% है।
\n\nनवीनतम सीसीआई मामला भारत में पर्नोड की नियामक चुनौतियों को बढ़ाता है। यह राजधानी नई दिल्ली में अपने ब्रांड बेचने का लाइसेंस प्राप्त करने में विफल रही है, क्योंकि भारत की वित्तीय अपराध एजेंसी ने पिछले साल अवैध रूप से बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए शहर की शराब नीति का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। पेरनोड किसी भी गलत काम से इनकार करता है।
\n\nकुछ शराब आयातों का कम मूल्यांकन करने के लिए उसे लगभग 250 मिलियन डॉलर की संघीय कर मांग का भी सामना करना पड़ रहा है, जिसे उसने कानूनी रूप से चुनौती दी है।
\n\nसीसीआई मामले में, रेडिको का आरोप है कि सरकारी मामले के अनुसार, तेलंगाना में खुदरा विक्रेताओं के साथ समझौते में प्रवेश करने के बाद पर्नोड की बाजार हिस्सेदारी काफी बढ़ गई, जो जनवरी 2022 में 53% से बढ़कर मार्च 2022 में कुछ दुकानों में 100% हो गई। दस्तावेज़।
\n\nदस्तावेज़ में दिखाया गया है कि रेडिको ने कथित तौर पर कुछ दुकानों में अपने 8PM ब्रांड की बाज़ार हिस्सेदारी 47% से गिरकर 0% कर दी है।
\n\nपेरनोड पर दिल्ली शराब मामले में अवैध रूप से बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के आरोप लगे हैं। वहां की भारतीय संघीय एजेंसी ने आरोप लगाया कि फ्रांसीसी कंपनी ने दिल्ली में कुछ खुदरा विक्रेताओं को कॉर्पोरेट गारंटी की पेशकश की, और बदले में उन्हें दुकानों पर अपने ब्रांडों का कम से कम 35% स्टॉक करने के लिए कहा, कंपनी इस आरोप से इनकार करती है।
(शीर्षक को छोड़कर, यह कहानी एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेटेड फ़ीड से प्रकाशित हुई है।)